Login to make your Collection, Create Playlists and Favourite Songs

Login / Register
दिव्य चेतना में स्थित मनुष्य | भगवतगीता श्लोक
दिव्य चेतना में स्थित मनुष्य | भगवतगीता श्लोक

दिव्य चेतना में स्थित मनुष्य | भगवतगीता श्लोक

00:00:58
Report
श्रीकृष्ण कहते हैं: हे पार्थ! जब कोई मनुष्य स्वार्थयुक्त कामनाओं और मन को दूषित करने वाली इन्द्रिय तृप्ति से संबंधित कामनाओं का परित्याग कर देता है और आत्मज्ञान को अनुभव कर संतुष्ट हो जाता है तब ऐसे मानव को दिव्य चेतना में स्थित कहा जा सकता है।See omnystudio.com/listener for privacy information.

दिव्य चेतना में स्थित मनुष्य | भगवतगीता श्लोक

View more comments
View All Notifications